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भारत में देसी गायों की 40 नस्लें ही रह गई हैं-
इस समय भारत में देसी गायों की बची हुई नस्लों की संख्या 40 के करीब है। इन नस्लों ने जैसे तैसे अपने अस्तित्व को अभी तक बचा के रखा हुआ है। अब हमारा फ़र्ज़ बनता है कि हम इनको कैसे लुप्त होने से बचा सकते हैं? कामधेनु गौशाला इस कार्य के लिए बड़ा प्रयास कर रही है। कामधेनु गौशाला कह सकता है कि अब यह देसी गायों की प्रजातियाँ भारत से लुप्त नहीं होंगी।
जी हाँ, ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्यूँकि कामधेनु गौशाल ने genetics के आधार पर इन नस्लों का semen preserve कर लिया है। किसी भी नस्ल को बचाने के लिए उस नस्ल का सीमेन संभाल कर रखना होता है। ? कैसे होता है सीमेन संरक्षण (semen preservation) ? इस विषय को जानना अत्यंत जरूरी है। अगर हमने आज को नहीं संभाला तो हमारा कल बर्बाद हो सकता है। Semen Preservation कल को संभालने का ही एक प्रयास है। जो लोग गौपालन से जुड़े हुए हैं उनको इस विषय की जानकारी होनी बहुत जरुरी है। आएं आज आपको यह बताते हैं की कैसे देसी गायों की प्रजातीओं को लुप्त होने से बचाया जा सकता है।
कामधेनु गौशाला ने इन नस्लों को बचाने का जिम्मा उठाया-
कामधेनु गौशाला ने सबसे पहले यह निर्धारित किया कि भारत की सबसे श्रेष्ठ नस्लें कौन सी हैं। हालांकि भारत की सभी देसी गायों की नस्लें ही श्रेष्ठ हैं। सबकी अपनी-अपनी विशेषताएं हैं। हम जब श्रेष्ठ की बात कहते हैं तो हमारा मतलब ज़्यादा दूध देने वाली नस्लों की तरफ होता है। वैसे तो देसी गायों की दूध के इलावा भी बहुत सी विशेष्ताएं हैं मगर दूध की बात करना इस लिए अनिवार्य है क्योंकि सबसे पहले किसान गाय के दूध की बात ही पूछता है।
कई महीनों तक विश्लेषण चलता रहा। अच्छी तरह छान-बीन करने के बाद कामधेनु गौशाला ने यह निर्णय लिया कि वो साहीवाल, थारपारकर, हरयाणा, कांकरेज, राठी एवं गिर नस्ल पर पहले काम करेगा। क्यूँकि यह सभी नस्लें देसी गायों की ज़्यादा दूध देने वाली नस्लें हैं। बात सिर्फ इनको पालने की ही नहीं थी। ज़्यादा जरुरी इन नस्लों के उत्तम नंदियों का चयन करना था।
लंबे संघर्ष के बाद आज कामधेनु गौशाला में इन नस्लों के श्रेष्ठ नंदियों की अच्छी खासी संख्या है। किसी भी नस्ल के प्रसार हेतु नंदी का विशेष योगदान होता है। बिना नंदी के किसी भी नस्ल का फैलाव नहीं किया जा सकता। लेकिन दूसरा तथ्य यह भी है कि एक नंदी अपने जीवन में ज़्यादा से ज़्यादा 500 गायों से मिलाप करके संतति पैदा कर सकता है। अगर हम भारत में इन नस्लों की लाखों गायों को पैदा करना चाहते हैं तो हमें ऐसे लाखों श्रेष्ठ नंदीओं की आवश्यकता है। इस काम के लिए कई साल लग सकते हैं।
परन्तु यह कार्य तो जल्दी करने वाला था और इसे करना भी आवयश्क था। बस इसी बात दो मद्देनज़र रखते हुए गुरुदेव आशुतोष महाराज जी की कृपा से KGSG की स्थापना की गई। KGSG का पूरा नाम कामधेनु गौशाला सायर जेनेटिक्स (KGSG) है। यहाँ पर साहीवाल, थारपारकर, हरयाणा और गिर नस्ल के नंदी हैं। इन सभी नंदियों का यहाँ सीमेन collect किया जाता है। कामधेनु गौशाला से यहाँ सिर्फ वो ही नंदी लाएं जाते हैं जिनकी माताएं नस्ल की सबसे श्रेष्ठ गायें होती हैं।
भारत के सभी किसानों के घरों में होंगी लाखों देसी गायें-
पिछले 4 सालों से KSGS ने ऐसे उत्तम नंदियों का पर्याप्त सीमेन collect कर लिया है कि अब यह नस्लें लुप्त नहीं होंगी। KGSG इन नंदिओं का सीमेन ब्रीडर्स, गौपालकों और गौशालों को भी दे रहा है। आने वाले कुछ सालों में भारत में ऐसी सूंदर नस्लों की हज़ारों-लाखों गायें पैदा होंगी। कामधेनु गौशाला की सोच यह नहीं है कि ऐसी खूबसूरत नस्लें सिर्फ कामधेनु गौशाला में ही खड़ी हों। हम तो यह चाहते हैं कि ऐसी श्रेष्ठ देसी गायों की नस्लें भारत के हर किसान के घर में पैदा हों।
नंदी जो दूध देने लगे वीडियो जरूर देखें-
हम इस ब्लॉग में एक वीडियो का लिंक शेयर कर रहे हैं जिसका नाम है ” नंदी जो दूध देने लगे। ” इस वीडियो में हमने वैज्ञानिक ढंग से यही बताने का प्रयास किया है कि गाय नहीं नंदी दूध देता है। आपको भी यह बात थोड़ी अटपटी सी लग सकती है। लेकिन सत्य यही है। उत्तम नस्ल की गायों के नंदी ही उत्तम नस्लों की गायों को पैदा करने का कारण बनते हैं। हम सदा नंदिओं को नज़रअंदाज़ करते आ रहे हैं। लेकिन ऐसा करने के बहुत बड़े नुकसान हो सकते हैं। KGSG नंदिओं का बहुत सम्मान करता है।
क्यूँकि नंदी ही यह निर्धारित करता है कि आपकी गाय कितना किलो दूध देगी। बेशक आपके खान-पान से भी दूध की मात्रा बढ़ती है लेकिन लेकिन नस्ल सुधार से अच्छे genes को आगे आने का मौका मिलता है। जो ब्रीडर इस नबज़ को पकड़ लेता है वो सफल हो जाता है। इसलिए हमेशा अच्छे नंदिओं के सीमेन का ही चुनाव करें।
सीमेन के रूप में अब KGSG के पास यह नस्लें संरक्षित हैं। सीमेन को अगर लिक्विड नाइट्रोजन मिलती रहे तो यह 100 साल तक भी सही रह सकता है। नंदी या गाय की उम्र 20 या 25 साल ही होती है। लेकिन अगर किसी अच्छे नंदी की दुर्भाग्यवश मृत्यु भी हो जाती है तो भी चिंता की बात नहीं है। क्यूँकि उसके संरक्षित सीमेन से आप उसकी संतति ले सकते हैं।
सीमेन संरक्षण का यह काम भविष्य का निर्माण भी करता है और उसका संरक्षण भी। कामधेनु गौशाला ने semen preservation के काम को बहुत ही गंभीरता से किया है। अब आपको घबराने की जरुरत नहीं है। धीरे-धीरे KGSG भारत की दूसरी नस्लों का भी सीमेन संरक्षित करेगा। इन प्रयासों से ऐसी नस्लों के धरती से लुप्त होने का डर समाप्त हो जायेगा।
- क्या आप KGSG के इन प्रयासों से सहमत हैं?
- आप भी अपने नज़दीकी क्षेत्रों में लोगों को सही जानकारी देकर जाग्रित कर सकते हैं।
- श्रेष्ठ नंदी का चुनाव भविष्य निर्माण में अपनी खास भूमिका निभाएगा।
- क्या आपके पास देसी नस्लों के उत्तम नंदी हैं?
- नंदी जो दूध देने लगे वीडियो आपको कैसी लगी? आप कमेंट में हमें जरूर बताएं।
- नस्ल सुधार की मुहीम को अभी और प्रचंड वेग से आगे लेकर जाना है।
- अभी बहुत बड़े काम करने शेष हैं।
- आप सबके सहयोग की आवश्यकता।
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेंट में जरूर बताएगा। धन्यवाद।
For more information please visit our official Youtube Channel- Kamdhenu Gaushala
For more detail please visit our official KGSG website- KGSG NRM
Bahot bahot Abhinandan swamiji or samast gaushala team
you are doing very wonderful work for the entire world. I am very thankful to Kamdhenu Guashala & team.
With regards.
Swami ji ye karya bhaut hi atulniya hai..
Humare desh ki Desi gaumata ka punah samwardhan aur sanrakshan hona chaiye
Samast yodhaao ka tahe dil se abhinandan aur jis samarpan aur tyaag k saath jo ye bhagirathi pryaas kiya hai aur parmeshwar ne phalswaroop jo Nandi diya hai.Ek baar phir se samast gurujano ko saadar naman and sewadar bhaiyo ko haardik shubhkaamnaye.Jai Gau maata Jai Gopal.
Jai gaumata, bhut achha karya guru g,apse ek anurodh h k nandi semen pure 100%uplabdh ho,jo har village main asani se mil jaye ,mere sath duplicate semen dokha hua,main kha se lu or kese pta chlega k original h k duplicate,hr kisi k pass pure breed ho mera v yhi udesya h guru g,jai gaumata
Sarahneey karya ishwar aap sabhi ka prayas safal kare aisi han kamana karte hai.
Swami ji mere pas 1 gir babachiya hai jiski ma ka dugdh utpadan 26 Ltr tak ka hai use kgsg ke kon se nandi ka semen lagwaye..
Swami ji pranam aap aur kamdhenu gaushala bahut achchha kam kar rahe hai mai bhi gay rakhata hu bahut pyar karata hu gayo se but aapake jaisi gaye nahi mere pas mai pure indian breed gay rakhana chahata hu kaise ho payega mere pas mix bread hai
Nandini aapake gir aur sahiwal dono bahut achchhe hai
Aapake sare videos dekhata hu sab bahut pasand hai mujhhe
Aapki gir cow ka color kaun sa hai? kabri hai ya red. agar red hai to aap kabare bull ka semen bharva sakte hain .agar kabri hai to lal bull ya kabre bull ka bharva den.
Aapka trust bahot acha kaam kr rha hai.
Thanks